What is Leptospirosis in hindi: जानवरों से उत्पन्न होने वाला एक दुर्लभ जीवाणु से होने वाले संक्रमण को लेप्टोस्पायरोसिस कहलाता है। यह Infection जानवरों के मूत्र के माध्यम से फैलता है। विशेष रूप से Leptospirosis कुत्तों, चूहों और खेतों में मौजूद जीवों से फैलता है। यह सभी जानवर इस बीमारी के वाहक होते हैं। यह बीमारी जानलेवा बीमारी नहीं है। यह बीमारी केवल 1 सप्ताह तक रहती है। कई बार यह बीमारी गंभीर स्थिति में weil’s disease का रूप ले लेती है, जो कि खतरनाक हो सकती है जैसे की छाती में दर्द, हाथ और पैरों में सूजन। यदि ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।
बाढ़ और बारिश के पानी के संपर्क में आने से हो सकती है लेप्टोस्पायरोसिस की समस्या। Leptospirosis Infection से गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
Leptospirosis किन लोगों में हो सकती है?
Leptospirosis जानवरों के गुर्दे में पनपने वाले बैक्टीरिया leptospira interrogans नामक जीवाणु के कारण होती है। यह जीवाणु जानवरों के पेशाब द्वारा मिट्टी और पानी में मिल जाता है। यदि कोई व्यक्ति उस संक्रमित जानवर के पेशाब की हुई मिट्टी या पानी के संपर्क में आता है, तो यह बैक्टीरिया उस व्यक्ति के शरीर की कटी हुई त्वचा, जख्म या फिर सूखे हुए स्थान के जरिए उसके शरीर में घुस जाती हैं। यह जीवाणु व्यक्ति की नाक या मुंह के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इन Bacteria का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रवेश करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, परंतु यदि वह आपस में संबंध बनाते हैं या फिर माताएँ अपने बच्चों को स्तनपान कराती हैं तो यह है जीवाणु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकते हैं।
वह व्यक्ति जो घर से बाहर जानवरों के साथ बहुत अधिक समय बिताते हैं या फिर जानवरों के संपर्क में अधिक रहते हैं, उनमें संक्रमण फैलने का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा यदि व्यक्ति खेतों में काम करने वाला किसान है या पशु चिकित्सालय चलाता है तो उसको भी इस बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया प्रभावित कर सकते हैं। यह Bacteria भूमिगत कार्यकर्ता जैसे कि Sewer (सीवर) या खदान में काम करने वाले या वह व्यक्ति जो बारिश के पानी में लगातार काम करते या खड़े रहते हैं उन्हें भी यह बैक्टीरिया प्रभावित कर सकता है। कसाईखाने में काम करने वाले भी इस बैक्टीरिया leptospira interrogans की चपेट में आ सकते हैं। बरसात के मौसम में सैनिक कर्मचारी जैसे पुलिस, सेना के जवान, बाढ़ आपदा प्रबंधक कर्मी भी इस Bacteria leptospira interrogans की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। यदि आप जानवरों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाला पानी, जिसमें वह जानवर नहाते हैं उस पानी को इस्तेमाल में लेते हैं, तो आपको भी यह भी बीमारी होने की संभावना हो सकती है।
Symptoms of Leptospirosis (लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण)
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण 2 सप्ताह के भीतर दिखने शुरू हो जाते हैं। कई बार कुछ मामलों में “Leptospirosis Symptoms” 1 महीने तक दिखाई नहीं देते। इस बीमारी में आपको 104 डिग्री तक का बुखार आ सकता है। साथ ही सिर दर्द, माँसपेशियों में दर्द, पीलिया, आंखों का पीला पड़ जाना, उल्टी-दस्त या त्वचा पर लाल चकत्ते दिखाई दे सकते हैं। यह सभी लक्षण अन्य बीमारियों की तरह ही प्रतीत होते हैं, इसलिए यह पता लगा पाना बहुत मुश्किल है कि यह Leptospirosis की ही बीमारी है। ऐसे में आपको Health Checkup के माध्यम से इस रोग का पता लगाना चाहिए। इसके लिए आपको अपने रक्त का नमूना (Blood Test) चिकित्सालय में जाँच के लिए देना पड़ता है। इसी के साथ आपको कुछ टेस्ट भी करवाने होते हैं जैसे कि किडनी और लिवर फंक्शन टेस्ट किए जाते हैं।
Treatment and prevention of leptospirosis (लेप्टोस्पायरोसिस का उपचार और बचाव)
Leptospirosis का इलाज Penicillin और Doxycycline जैसी Antibiotics दवाइयों के साथ किया जाता है। यदि आप को बुखार और माँसपेशियों में दर्द है तो आपको Doctor Ibuprofen (इबूप्रोफेन) दवाई की सिफारिश कर सकता है। यदि संक्रमण अधिक गंभीर होता जा रहा है तो आपको तुरंत Hospital जाने की आवश्यकता है। गंभीर समस्याओं में गुर्दों की विफलता और फेफड़ों की समस्या उत्पन्न हो सकती है। Leptospirosis Infection Treatment के लिए आपको शरीर में Antibiotic इंजेक्ट कराने पड़ सकते हैं। कुछ गंभीर मामलों में Infection आपके अंगों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसकी रोकथाम के लिए आपको निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना होगा।
दूषित पानी से बचना चाहिए
ऐसी गंभीर समस्या से बचने के लिए सबसे पहले आप दूषित पानी ना तो पिए और ना ही दूषित पानी के संपर्क में आए। Leptospirosis Bacteria शरीर में किसी भी तरह से प्रवेश कर जाते हैं, जैसे कि तैराकी के समय, नौकायन या मछली पकड़ने से समय किसी भी तरह से यह नाक, मुंह या शरीर के किसी घाव द्वारा आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। आमतौर पर खारा पानी सुरक्षित होता है।
पश्चिम देशों में 20% से भी अधिक जंगली चूहों में यह बैक्टीरिया पाया जाता है ऐसे में आप जंगली चूहों के संपर्क से बचने की कोशिश करें।
कीटाणुनाशक का प्रयोग करें
Leptospirosis Bacteria से बचने के लिए आप कीटाणुनाशक का प्रयोग कर सकते हैं, इसके लिए आप ब्लीच, लाइसोल, एसिड सॉल्यूशन और आयोडीन का प्रयोग कर सकते हैं। यह सभी बैक्टीरिया के लिए घातक होते हैं।
हमारा ये पोस्ट “What is Leptospirosis in hindi” आपको कैसा लगा! इस पोस्ट में leptospirosis क्या है? की आपको पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपके मन में एस बीमारी को लेकर कुछ और शंका है तो आप कमेंट के माध्यम से हमसे पुच सकते हैं।